शनि जयंती 2025 का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह दिन शनिदेव की पूजा करने का अवसर है, जिससे भक्तों को उनके आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती है। इस लेख में हम शनि जयंती पर किए जाने वाले कुछ प्रभावी उपायों के बारे में चर्चा करेंगे, जो न केवल साढ़ेसाती से मुक्ति दिलाने में मदद करेंगे, बल्कि शनिदेव की कृपा भी प्राप्त कराएंगे।
मुख्य पॉइंट
- शनि जयंती पर स्नान और पूजा का विशेष महत्व है।
- साढ़े साती से मुक्ति के लिए गंगाजल से अभिषेक करना लाभदायक होता है।
- भगवान श्रीकृष्ण की पूजा से शनिदेव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
शनि जयंती 2025 के विशेष उपाय
स्नान और पूजा के महत्व
शनि जयंती के दिन स्नान और पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- शनिदेव की मूर्ति या चित्र को गंगाजल से शुद्ध करें।
- काले तिल, तेल, और काले वस्त्र शनिदेव को अर्पित करें।
दान का महत्व
शनि जयंती पर दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना बहुत फलदायी माना जाता है।
- काले तिल का दान करें।
- लोहे की वस्तुएं दान करें।
- काले वस्त्र या कंबल का दान करें।
गंगाजल से अभिषेक
शनि जयंती के दिन शनिदेव का गंगाजल से अभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे शनि के प्रकोप से शांति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आप शनिदेव की कृपा पाने के लिए भी यह उपाय कर सकते हैं।
- शनिदेव की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं।
- ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र का जाप करें।
- अभिषेक के बाद शनिदेव को काले फूल अर्पित करें।

हनुमान चालीसा का पाठ
शनि जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी की पूजा करने से शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
- हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमान जी को सिंदूर और चोला अर्पित करें।
- राम नाम का जाप करें।
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा
शनि दोष के प्रभाव को कम करने के लिए कृष्ण भगवान की पूजा करना भी शुभ माना गया है। विशेष रूप से गीता का पाठ करना और भगवद गीता में दिए गए उपदेशों का पालन करना शनि के कठिन समय को सहज बना सकता है।
- शनि जयंती के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।
- गीता का पाठ करें या सुनें।
- भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का भोग लगाएं।
दीप जलाने के स्थान
शनि जयंती के दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीप जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
- पीपल के पेड़ के नीचे दीप जलाएं।
- शनि मंदिर में दीप जलाएं।
- किसी गरीब या जरूरतमंद के घर के बाहर दीप जलाएं।
साढ़े साती से मुक्ति के उपाय
शनि की साढ़े साती एक मुश्किल दौर होता है, लेकिन कुछ उपायों से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। लोग अक्सर शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं, ताकि उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहे। यहां कुछ सरल और प्रभावी उपाय दिए गए हैं, जिनसे आप साढ़े साती से मुक्ति पा सकते हैं।
गंगाजल से अभिषेक
- शनि जयंती पर गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है। गंगाजल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। ऐसा करने से शनि के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
- आप पंचामृत, शुद्ध घी या कच्चे दूध से भी भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। यह उपाय शनिदेव को शांत करने और उनका आशीर्वाद पाने में मदद करता है।
- शनि जयंती के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और शनि के प्रकोप से रक्षा करते हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ
- हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है। नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- शनि जयंती के दिन विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना फलदायी होता है।
- हनुमान जी को सिंदूर और बूंदी का भोग लगाएं। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
शनि देव की कृपा पाने के सरल तरीके

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा
शनि देव के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण की आराधना एक सरल उपाय है। विशेष रूप से गीता का पाठ करना और भगवद गीता के उपदेशों का पालन करना बहुत फलदायी होता है। ऐसा माना जाता है कि इससे शनि के कठिन समय को आसानी से काटा जा सकता है।
- नियमित रूप से श्रीकृष्ण की पूजा करें।
- गीता का पाठ करें या सुनें।
- श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करें।
दीप जलाने के स्थान
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष स्थानों पर दीप जलाना शुभ माना जाता है। इन स्थानों पर दीप जलाने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। शनि ढैया के शमन के लिए यह एक अच्छा उपाय है।
- पीपल के वृक्ष के नीचे: शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीप जलाएं।
- शनि मंदिर में: शनि मंदिर में जाकर काले तिल का दान करें और वहां दीप जलाएं।
- घर के बाहर: घर के बाहर पश्चिम दिशा में दीप जलाएं, क्योंकि यह दिशा शनि देव की मानी जाती है।
शनि देव की कृपा पाने के लिए कुछ आसान तरीके हैं। सबसे पहले, नियमित रूप से शनिवार को शनि मंदिर जाकर पूजा करें। इसके अलावा, काले तिल और सरसों के तेल का दान करना भी शुभ माना जाता है। अपने जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए, हर दिन कुछ समय ध्यान और प्रार्थना में बिताएं। अगर आप और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट पर जरूर जाएं। यहाँ आपको शनि देव की कृपा पाने के और भी उपाय मिलेंगे!
निष्कर्ष
शनि जयंती 2025 पर किए गए उपाय न केवल आपको शनिदेव की कृपा दिलाएंगे, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाएंगे। इस दिन विशेष पूजा और दान का महत्व है। अगर आप साढ़े साती या अन्य शनि दोषों से परेशान हैं, तो इन उपायों को अपनाना न भूलें। याद रखें, सच्चे मन से की गई पूजा और उपायों का फल अवश्य मिलता है। इसलिए, इस शनि जयंती पर अपने मन में श्रद्धा और विश्वास के साथ शनिदेव की आराधना करें। आशा है कि आप सभी को शनिदेव की कृपा प्राप्त हो और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार हो।