आईपीएल के चमकते सितारे साई सुदर्शन ने बहुत कम समय में भारतीय क्रिकेट फैंस के दिलों में अपनी खास जगह बना ली है। वह गुजरात टाइटंस की ओर से खेलते हैं और अपनी शांत बल्लेबाज़ी शैली व निरंतर प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि साई सुदर्शन सिर्फ मैदान पर ही नहीं, मैदान के बाहर भी अच्छी कमाई करते हैं?
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि साई सुदर्शन की साइड इनकम (Side Income) के क्या-क्या स्त्रोत हैं और कैसे वह एक सफल युवा खिलाड़ी के साथ-साथ एक स्मार्ट इनकम जनरेटर भी बन रहे हैं।
कितनी है साईं सुदर्शन की नेट वर्थ?
वर्तमान में साईं सुदर्शन की कुल संपत्ति लगभग ₹8.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। यह संपत्ति उनकी क्रिकेटिंग सैलरी, आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट, ब्रांड एंडोर्समेंट और अन्य माध्यमों से आई आय पर आधारित है।
IPL कॉन्ट्रैक्ट से अलग कमाई के रास्ते
साई सुदर्शन का मुख्य इनकम स्रोत आईपीएल का कॉन्ट्रैक्ट और घरेलू क्रिकेट में मैच फीस है। लेकिन इसके अलावा भी वो कई माध्यमों से पैसे कमा रहे हैं, जैसे:
1. ब्रांड एंडोर्समेंट्स (Brand Endorsements)
जैसे-जैसे साई की लोकप्रियता बढ़ रही है, वैसे-वैसे उन्हें कई ब्रांड्स अपने उत्पाद प्रमोट करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। चाहे वह स्पोर्ट्स शूज हों, हेल्थ सप्लीमेंट्स हों या मोबाइल ऐप्स – साई ब्रांड्स के लिए एक भरोसेमंद चेहरा बन चुके हैं।
2. सोशल मीडिया प्रमोशन
साई सुदर्शन के इंस्टाग्राम और ट्विटर पर हजारों फॉलोअर्स हैं। इस डिजिटल प्रभाव का लाभ उठाकर वह पेड प्रमोशन करते हैं। ब्रांड्स इंस्टाग्राम पोस्ट, स्टोरी या रील्स के ज़रिए प्रचार के लिए उन्हें भुगतान करते हैं।
3. घरेलू क्रिकेट की फीस
तमिलनाडु की रणजी टीम के लिए खेलते हुए, साई को मैच के आधार पर सैलरी और बोनस भी मिलते हैं। BCCI और राज्य क्रिकेट बोर्ड से मिलने वाली यह फीस भी एक अच्छी साइड इनकम मानी जाती है।
4. यूट्यूब या डिजिटल चैनल
हालाँकि अभी तक साई का कोई व्यक्तिगत यूट्यूब चैनल नहीं है, लेकिन अगर भविष्य में वे अपना व्लॉग या ट्रेनिंग वीडियो बनाते हैं, तो वह ऐड रेवेन्यू (Ad Revenue) के ज़रिए कमाई कर सकते हैं।
5. फ्यूचर इन्वेस्टमेंट और ब्रांड्स
अब कई खिलाड़ी जैसे विराट कोहली, हार्दिक पांड्या आदि अपने ब्रांड या बिज़नेस शुरू कर चुके हैं। साई भी भविष्य में फिटनेस सेंटर, क्रिकेट अकादमी या स्पोर्ट्स ब्रांड में निवेश कर सकते हैं।
क्रिकेटर और इनकम डाइवरसिफिकेशन का सही उदाहरण
साई सुदर्शन सिर्फ क्रिकेटर नहीं बल्कि एक सोच-विचार कर कदम उठाने वाले युवा खिलाड़ी हैं। आज के दौर में जहाँ सोशल मीडिया और ब्रांडिंग का बोलबाला है, वहां खिलाड़ियों के लिए सिर्फ खेल पर निर्भर रहना समझदारी नहीं है।
साइड इनकम क्यों ज़रूरी है?
- चोट लगने की स्थिति में भी इनकम बनी रहती है
- कैरियर के बाद भी आय का स्रोत रहता है
- फाइनेंशियल फ्रीडम और भविष्य की सुरक्षा मिलती है
निष्कर्ष
साई सुदर्शन की कहानी यह बताती है कि अगर आप टैलेंटेड हैं और अपनी ब्रांड वैल्यू को समझते हैं, तो कम उम्र में भी कई इनकम स्त्रोत बना सकते हैं। क्रिकेट के साथ-साथ साइड इनकम पर भी फोकस करना आज के खिलाड़ियों के लिए स्मार्ट मूव है।
यदि साई सुदर्शन इसी तरह आगे बढ़ते रहे, तो वह न केवल क्रिकेट में बल्कि बिज़नेस व इन्वेस्टमेंट की दुनिया में भी चमक सकते हैं।